पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने लोगों को राज्य की सभी 13 लोक सभा सीटों पर आम आदमी पार्टी की जीत यकीनी बना कर इतिहास दोहराने का न्योता दिया।
इस मौके इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने आप को खुशकिस्मत समझते हैं कि उनको पवित्र नगरी के व्यापारियों के दरमियान यहाँ आने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि आम लोगों को भारतीय राजनीति के केंद्र में लाने का श्रेय अरविन्द केजरीवाल को जाता है, जिन्होंने पार्टियों को लोगों की ज़रूरत अनुसार अपने एजंडे बदलने के लिए मजबूर किया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि संकल्प पत्रों या चुनाव घोषणा पत्रों की जगह अब राजनैतिक पार्टियाँ लोक भलाई की गारंटियां दे रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने विघटनकारी राजनीति को नकार कर नैतिक पर मूल्यों आधारित राजनीति शुरू करके राजनीति में सराहनीय तबदीली लाई है। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल, बाजवा और मजीठिया जैसे नेताओं ने अपनी करतूतों के कारण सुरक्षा कारणों के नाम पर लोगों से दूरी बना ली है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछले दो सालों में यह रुझान बदल गया है क्योंकि अब समाज के हर वर्ग और सरकार के दरमियान बार-बार विचार-विमर्श हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है और इसलिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल एक महान नेता हैं, जिन्होंने देश और लोगों की सेवा के लिए आई. आर. एस. अधिकारी की अपनी अहम नौकरी छोड़ दी थी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह देश की सेवा के लिए शहीद भगत सिंह जैसे महान शहीदों के नक्शे-कदमों पर चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 25 सालों में राज्य में सिर्फ़ दो व्यक्तियों ने राज किया है और अपने निजी हितों के लिए राज्य के साधनों का दुरुपयोग किया। उन्होंने कहा कि इन पाँच में से दो एक परिवार के थे, जबकि दो दूसरे परिवार में से थे, जिन्होंने राज्य और यहाँ के लोगों की दौलत लूटी थी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन लोगों ने अपने निजी हितों के लिए राज्य को बेरहमी से लूटा, जिससे राज्य के विकास में रुकावट आ रही है।
मुख्यमंत्री ने व्यंग्य कसते हुये कहा कि राज्य के एक पूर्व वित्त मंत्री ने नौ सालों तक ‘ख़ज़ाना खाली’ की बयानबाज़ी की, जिससे राज्य के विकास को ख़तरा पैदा हो गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का कार्यभार संभालने के बाद एक-एक पैसा राज्य के विकास और लोगों की भलाई के लिए खर्च किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार ने सरकारी खजाने की हुई लूट की जांच की है जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि लोगों की भलाई के लिए एक- एक पैसा समझदारी के साथ खर्चा जाये।
बादल परिवार की तरफ से निजी फ़ायदों के लिए राज्य के करोड़ों रुपए लूटने की निंदा करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली- भाजपा गठजोड़ सरकार ने सुख विलास होटल के निर्माण के लिए अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल का पक्ष लेने के लिए नियमों में बदलाव किया। उन्होंने कहा कि अकाली- भाजपा सरकार 2009 में इको टूरिज्म नीति लाई थी, जिसका उद्देश्य इस रिजोर्ट के निर्माण को लाभ पहुंचाना था और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 108 करोड़ रुपए माफ कर दिए गए, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुक्सान हुआ। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वास्तव में मेट्रो इको ग्रीन रिजोर्ट गाँव पल्लणपुर जिसको अब सुख विलास कहा जाता है, राज्य के लिए वास्तव में दुख विलास है क्योंकि यह पंजाबियों के खून से बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कैप्टन उनके विरुद्ध कार्यवाही कर सकते थे परन्तु वह चुप रहे क्योंकि वह बादलों के साथ मिले हुए थे। उन्होंने कहा कि कैप्टन ने भी नियमों की धज्जियाँ उड़ा कर सुख विलास के आसपास अपना महल बना लिया, जिस कारण उन्होंने इस विरुद्ध कार्यवाही नहीं की। भगवंत सिंह मान ने कहा कि कैप्टन की तरफ से अपने निजी हितों के लिए अधिकारों का दुरुपयोग करने की भी जांच की जा रही है।
अकाली दल की पंजाब बचाओ यात्रा के बारे बात करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल की इस ड्रामेबाज़ी का असली नाम परिवार बचाओ यात्रा है, उन्होंने अकाली नेताओं को यह बताने की चुनौती दी कि 15 साल राज्य को लूटने के बाद वह किस से राज्य को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अकालियों ने राज्य को बेरहमी से लूटा है और पंजाबियों की मानसिकता को जज़्बाती तौर पर ठेस पहुंचायी है और राज्य के अंदर कई तरह के माफिया की सरप्रस्ती की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोग अकालियों और बादल परिवार के दोगले किरदार से भली-भाँति अवगत हैं, जिस कारण अब उनकी नौटकियां नहीं चलेंगी क्योंकि पंजाब उनके एजंडे पर कभी नहीं था।
मुख्यमंत्री ने अकाली नेताओं हरसिमरत बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया और कांग्रेसी नेताओं प्रताप सिंह बाजवा, अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग और नवजोत सिद्धू को पंजाबी भाषा की लिखित परीक्षा पास करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यह कान्वेंट के पढ़े- लिखे नेता माँ-बोली की कम जानकारी के कारण पंजाबी भाषा की परीक्षा पास नहीं कर सकेंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अगर इन नेताओं को परीक्षा के जवाब भी दे दिए जाएँ तो भी उनको सही लिखने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोग इन नेताओं के शक्की चरित्र से भली-भाँति अवगत हैं, जिस कारण यह अपनी भरोसे योग्यता गवां चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर आज भी लोग यह कहते हैं कि इन नेताओं ने बढ़िया चलने वाले उद्यमों में ज़बरदस्ती अपना हिस्सा डाला तो इससे कोई इन्कार नहीं करता। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने आम आदमी का विश्वास गवां दिया है, जो वह दोबारा कभी भी हासिल नहीं कर सकते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब राज्य की झाँकी को केंद्र की तरफ से रद्द कर दिया गया तो जालंधर के इलावा राज्य के किसी भी संसद मैंबर ने यह मुद्दा नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि यह संसद मैंबर राज्य से सम्बन्धित मुद्दों पर चुप रहे हैं, जिस कारण इनको बाहर करने का समय आ गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस बार सभी 13 लोक सभा सीटें ’आप’ को दीं जाएँ जिससे राज्य के मुद्दों को ज़ोरदार ढंग के साथ केंद्र के आगे उठाया जा सके और लोगों के हित सुरक्षित हो सकें।
इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपनी किस्म की इस पहली पहलकदमी के दौरान व्यापारियों के दरमियान आकर बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 75 सालों में बादलों और कैप्टन जैसे नेताओं ने राज्य को बर्बाद करके खजाने को लूटा है। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि पिछले दो सालों में ’आप’ के बेहतरीन शासन के कारण अब राज्य में बदलाव की हवाएँ बह रही हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि दो मुख्यमंत्रियों ने राज्य सरकार को लोगों की सेवा में उनके दर पर लेकर आयी है, जोकि बहुत बड़ी बात है क्योंकि पिछले समय के दौरान किसी ने भी राज्य निवासियों की कोई परवाह नहीं की। उन्होंने कहा कि ‘ आप’ व्यापारियों और उद्योगपतियों का सम्मान करती है जबकि पिछली सरकारों ने व्यापारियों को चोर कहा था। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि पहले राजनैतिक पार्टियों के लिए व्यापारी सिर्फ़ फंड इकट्ठा करने का ज़रिया थे परन्तु अब वह राज्य की तरक्की में सक्रिय हिस्सेदार हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब 829 आम आदमी क्लीनिक कार्यशील हैं जो लोगों का मुफ़्त इलाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज गरीब और पिछड़े वर्गों के विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य में 13 नये स्कूल आफ एमिनेंस स्थापित किये गए हैं। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि यह स्कूल अत्याधुनिक सहूलतों जैसे स्विमिंग पुल, लैबोरेटरियाँ और अन्य सहूलतों के साथ लैस हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह यहाँ पैसा कमाने या सत्ता का फल भोग करने वाली के लिए राजनीति में नहीं आए हैं, बल्कि वह यहाँ लोगों की सेवा करने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों की तंदरुस्ती को यकीनी बनाने के लिए हर संभव यत्न किये जा रहे हैं। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि उनकी और पिछली सरकारों में सबसे बड़ा फर्क नीयत का है। उन्होंने कहा कि उनका इरादा लोगों को सुविधा प्रदान करना है जबकि दूसरी पार्टियों का इरादा राज्य को बर्बाद करना है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी खजाने में से एक- एक पैसा लोगों की भलाई के लिए खर्चा जा रहा है। उन्होंने लोगों को न्योता दिया कि वह सभी 13 लोक सभा सीटों पर पार्टी की जीत यकीनी बनाएं जिससे भगवंत सिंह मान केंद्र सरकार की पक्षपाती नीतियों का डट कर मुकाबला कर सकें। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि यह 13 संसद मैंबर चुने जाने पर राज्य के विकास और तरक्की को बढ़ावा देंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने राज्य के करीब 8000 करोड़ रुपए के फंडों को रोकने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह फंड राज्य के विकास के लिए इस्तेमाल किये जा सकते थे परन्तु केंद्र सरकार ने जान-बूझ कर इनको रोक दिया है। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि केंद्र में अपनी आवाज़ बुलंद करने के लिए सभी 13 लोक सभा सीटों पर ’आप’ की जीत यकीनी बनानी होगी।