गर्मी बढ़ते ही अस्पतालों में जलजनित रोगों के मरीज बढ़ गए हैं। इनमें आधे मरीज डायरिया से पीड़ित होकर पहुंच रहे हैं। कई मरीजों की हालत काफी गंभीर होती है, जिस कारण उन्हें भर्ती तक करना पड़ रहा है।
सूरज की तपिश से लोग बेहाल हैं। शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, 13 साल बाद 18 मई के दिन पारा 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा है। यह इस माह का अब तक का सर्वाधिक अधिकतम तापमान है। इससे पहले 2011 में इस दिन अधिकतम तापमान 44.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अगले चार दिन में गर्मी और बढ़ेगी। मौसम विभाग ने रविवार के लिए लू का रेड अलर्ट जारी किया है, साथ ही आने वाले दो से तीन दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऐसे में अधिकतम तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक, मुंगेशपुर इलाका सर्वाधिक गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। नजफगढ़ में 46.7, पीमतपुरा में 46.1, पूसा में 46, जाफरपुर में 45.6 व रिज में 45.5 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया
2011—-44.1 डिग्री सेल्सियस
2012—-38 डिग्री सेल्सियस
2013—-42 डिग्री सेल्सियस
2014—-37 डिग्री सेल्सियस
2015—-40 डिग्री सेल्सियस
2016—-43 डिग्री सेल्सियस
2017—-37 डिग्री सेल्सियस
2018—-42 डिग्री