शमशेर गरेवाल बीकॉम फस्ट ईयर का छात्र था। मंगलवार को उसका एनवायरनमेंटल साइंस का पेपर था। टीचर ने उसे नकल करते हुए पकड़ा तो उसने अपनी गलती मान ली थी। इसके बाद उसे घर जाने के लिए कह दिया गया लेकिन उसने आत्महत्या कर ली।
लुधियाना में फिरोजपुर रोड स्थित बद्दोवाल के पीसीटीई कॉलेज में मंगलवार को एक छात्र ने सातवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। छात्र को टीचर ने पेपर में नकल करते हुए पकड़ा था। जब उसे सुपरिंटेंडेंट के पास ले जाया गया तो उसकी तलाशी के दौरान ज्योमैट्री बॉक्स से भी पर्चियां निकलीं।इसके बाद छात्र खुद ही मान गया और आहत होकर कॉलेज की बिल्डिंग के ऊपर चला गया और वहां से कूद गया। जब वह नीचे कूदा तो सभी लोग बाहर की तरफ भागे। लेकिन उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। सूचना मिलने के बाद थाना दाखा की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने जांच के बाद शव डीएमसी अस्पताल से कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. नरेश सचदेव ने बताया है कि मंगलवार सुबह साढ़े 9 बजे परीक्षा शुरू हुई थी। शमशेर गरेवाल बीकॉम फस्ट ईयर का छात्र था। उसका एनवायरनमेंटल साइंस (ईवीएस) का एग्जाम था। इस दौरान टीचर को शक हुआ कि शमशेर नकल कर रहा है। जब टीचर ने छात्र की तलाशी ली तो उसके ज्योमैट्री बॉक्स से पर्चियां मिलीं। इसके बाद टीचर शमशेर को एग्जामिनर सुपरिंटेंडेंट के पास लेकर गए। वहां छात्र से पूछताछ हुई। शमशेर ने खुद सुपरिंटेंडेंट को बताया कि उसने नकल की है। वह पर्चियां लेकर आया था। यह बात उसने लिखकर भी दी।डायरेक्टर ने बताया कि नकल पकड़े जाने के बाद छात्र को घर जाने के लिए बोल दिया गया। इस दौरान वह एग्जामिनेशन सेंटर से निकलकर कॉलेज के इंजीनियरिंग ब्लॉक की बिल्डिंग में चला गया। वहां से 7वीं मंजिल से उसने छलांग लगा दी, उसे तुरंत डीएमसी अस्पताल पहुंचाया गया था, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। डॉ. नरेश सचदेव का कहना है कि छात्र से मिली पर्चियों में कई सवालों के उत्तर मेल खाते थे। उसके पास होने के लिए वे उत्तर काफी थे। इसलिए, उसकी गलती बताते हुए उसे घर जाने को बोल दिया था। अब उसके परिजनों को सूचित कर दिया है। उधर, थाना दाखा की पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।