मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सोच के अनुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के मद्देनजर चल रही मुहिम के हिस्से के रूप में पंजाब पुलिस ने गुरुवार को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की सभी वित्तीय संस्थाओं- जिनमें बैंकों, नॉन-बैंक वित्तीय कंपनियों, गोल्ड लोन और मनी एक्सचेंजर्स शामिल हैं, की सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेने के लिए विशेष ऑपरेशन चलाया। यह ऑपरेशन पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर चलाया गया।
इस संबंध में विवरण साझा करते हुए विशेष डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला ने बताया कि सीपी/एसएसपी को इस ऑपरेशन की व्यक्तिगत निगरानी करने और ऑपरेशन को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए गजटेड रैंक के अधिकारियों की निगरानी में आवश्यक पुलिस टीमों की तैनाती के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने बताया कि पुलिस पार्टियों को सुरक्षा गार्डों की तैनाती को सुनिश्चित करने के साथ-साथ संवेदनशील संस्थानों में अलार्म और सीसीटीवी कैमरे लगाने/कार्यशील बनाने के निर्देश भी दिए गए थे।
उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में चलाया गया, जिसमें 2500 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती वाली 500 से अधिक पुलिस पार्टियों ने एस.पी./डी.एस.पी. की निगरानी में 3826 वित्तीय संस्थानों की चेकिंग की, जिनमें 2516 बैंक, 389 एन.बी.एफ.सी., 360 गोल्ड लोन और 561 मनी एक्सचेंजर्स शामिल हैं।
विशेष डीजीपी ने बताया कि इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य वित्तीय संस्थानों की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करना था, जो सामान्यतः समाज विरोधी तत्वों के निशाने पर होते हैं, और आम लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करना था।
उन्होंने बताया कि पुलिस की सभी टीमों को कहा गया था कि वे इस ऑपरेशन के दौरान आम लोगों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार करें और लोगों की न्यूनतम असुविधा सुनिश्चित करें। उन्होंने दोहराया कि पंजाब को अपराधमुक्त राज्य बनाने के लिए ऐसी कार्रवाइयां भविष्य में भी जारी रहेंगी।
इस दौरान पुलिस टीमों ने ऑपरेशन के दौरान बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों के आसपास घूम रहे संदिग्ध व्यक्तियों की भी जांच की।