पुलिस ने आरोपियों के 19 बैंक खाते सील किए हैं। आरोपियों के पास से 44 एटीएम कार्ड, 17 चेक बुक व छेड़छाड़ करने वाले उपकरण भी जब्त किए गए हैं। पुलिस को ऐसे 61 मामलों की जानकारी मिली है, जिन्हें इस गिरोह में अंजाम दिया।
पंजाब पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है जो बैंक खातों, चेक बुक व एटीएम से छेड़छाड़ कर लोगों के बैंक खाते खाली कर रहा था। यह गिरोह अब तक पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल व कर्नाटक में ऐसी दर्जनों वारदात को अंजाम दे चुका था। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर 19 बैंक खाते सील किए हैं। आरोपियों के पास से 44 एटीएम कार्ड, 17 चेक बुक व छेड़छाड़ करने वाले उपकरण भी जब्त किए गए हैं। पुलिस को ऐसे 61 मामलों की जानकारी मिली है, जिन्हें इस गिरोह में अंजाम दिया।
पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने बताया कि शहर के अशोक सोबती ने शिकायत दी थी कि उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा में दो चेक जमा किए थे, लेकिन अज्ञात लोगों ने उक्त चेक चोरी कर लिए। शिकायत के आधार पर 01 मई को पुलिस स्टेशन न्यू बारादरी, जालंधर में अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। जांच के बाद पुलिस ने चार संदिग्धों दीपक, अरुण, मोहित व हनी को गिरफ्तार कर लिया। जांच दौरान पुलिस ने एक अन्य संदिग्ध गुरदित्ता सिंह को भी गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि फर्जी आईडी पर उन्होंने कई अकाउंट खोले थे जिनमें पैसा ट्रांसफर किया जाता था।
सीपी शर्मा ने बताया कि दीपक ठाकुर गिरोह का सरगना है। वह पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों में चेक से छेड़छाड़ कर विक्रम और मोनू सैनी के नाम पर लोगों के बैंक खातों में पैसे जमा करवाने का काम करता है। आरोपियों के पास से विभिन्न बैंकों की 19 पासबुक, 17 चेकबुक, निसान मैग्नाइट कार, छेड़छाड़ के लिए इस्तेमाल किए गए चेक, पेन व 44 एटीएम कार्ड और फ्लूइड बरामद किए हैं। शर्मा ने कहा कि दीपक व मोहित के खिलाफ पहले से ही दो मामले लंबित हैं जबकि अरुण के खिलाफ एक मामला लंबित है।