इस 10 दिवसीय उत्सव की तैयारियों ने श्रद्धालुओं के चेहरों पर खुशी की चमक ला दी है। राजधानी में श्रद्धालुओं ने पंडालों और घरों को गणेश चतुर्थी के लिए सजाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। वहीं राजधानी में मुम्बई की भांति लाल बाग के राजा और दिल्ली के महाराजा की भी झलक देेखने को मिलेगी।
राजधानी गणेश चतुर्थी उत्सव के रंग में रंग गई है। इस 10 दिवसीय उत्सव की तैयारियों ने श्रद्धालुओं के चेहरों पर खुशी की चमक ला दी है। राजधानी में श्रद्धालुओं ने पंडालों और घरों को गणेश चतुर्थी के लिए सजाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। वहीं राजधानी में मुम्बई की भांति लाल बाग के राजा और दिल्ली के महाराजा की भी झलक देेखने को मिलेगी। इस संबंध में बुराड़ी व लक्ष्मी नगर में बड़े स्तर पर गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। पंडालों व घरों में शनिवार की सुबह गणपति की मूर्ति की स्थापना के साथ ही गणेश उत्सव का शुभारंभ होगा।
गणेश उत्सव की धूम खासतौर पर पंडालों में देखने को मिल रही है। बुराड़ी, लक्ष्मी नगर, द्वारका, रोहिणी, पश्चिम विहार, मोती नगर, कीर्ति नगर आदि इलाकों में विशाल और आकर्षक पंडालों की सजावट की गई है। इन पंडालों में गणपति की मूर्तियों को विशेष रूप से सजाया गया है और श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए भव्य स्वागत द्वार तैयार किए गए हैं। विशेष रूप से बुराड़ी के विशाल पंडाल की चर्चा पूरी दिल्ली में है। यहां लाल बाग के राजा के तौर पर गणपति की मूर्ति को बहुत ही भव्य तरीके से सजाया गया है और इसे एक अद्वितीय थीम पर आधारित रूप में प्रस्तुत किया गया है। यहां पर मुम्बई की तरह एक खास आकर्षण लाल बाग के राजा की झलक देखने को मिलेगी। इसी तरह लक्ष्मी नगर में दिल्ली के महाराजा की झलक भी श्रद्धालुओं को आनंदित करेगी।
पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी
गणेश उत्सव के पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पंडालों और मंदिरों में होने की संभावना है। खास तौर पर शाम के समय बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। इसके मद्देनजर पंडालों में व्यवस्था बनाए रखने व सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बुराड़ी, लक्ष्मी नगर आदि जगह पंंडालों के पास पुलिस बल की तैनाती, ट्रैफिक व्यवस्था और अन्य सुरक्षा उपायों किए गए है।
सांस्कृतिक और मनोरंजन के कार्यक्रम आयोेजित होंगे
गणेश उत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी बड़े धूमधाम से किया जाता है। भजन संध्या, नृत्य, संगीत, और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां पंडालों में आयोजित की जाती हैं। ये कार्यक्रम श्रद्धालुओं को न केवल धार्मिक अनुभव प्रदान करते हैं बल्कि मनोरंजन का भी भरपूर साधन बनते हैं। इस कड़ी में बुराड़ी, लक्ष्मी नगर, द्वारका, रोहिणी आदि जगह पंडालों में अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
घरों में मनाया जाएगा उत्सव
राजधानी में पंडालों के अलावा घरों में भी गणेश उत्सव मनाया जाएगा। श्रद्धालु घरों को गणपति के स्वागत के लिए विशेष रूप से सजाने में लगे है। रंग-बिरंगे फूल, विद्युत सजावट और अन्य आकर्षक सजावट सामग्री से घरों को सजाया गया है। गणपति की मूर्तियां विभिन्न आकारों और रूपों में घरों में स्थापित की जाएंगी। विशेष पूजा अर्चना की जाएगी और पारंपरिक मिठाई, लड्डू आदि का भोग लगाया जाएगा।