पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान 28 सितंबर को शहीद भगत सिंह के जन्मदिन के मौके पर मोहाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शहीद-ए-आज़म की 30 फुट ऊंची प्रतिमा को समर्पित करेंगे।
प्रतिमा की स्थापना का जायजा लेने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह 30 फुट ऊंची प्रतिमा गनमेटल से तैयार की गई है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह प्रतिमा युवा पीढ़ी को देश की सेवा के लिए प्रेरित करने में बहुत सहायक होगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह प्रतिमा राज्य सरकार की ओर से महान शहीद को उचित श्रद्धांजलि होगी और शहीद की गौरवमयी विरासत को हमेशा कायम रखने में सहायक होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की अटूट कोशिशों के कारण मोहाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम पहले ही शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि शहीदों के नाम पर हवाई अड्डों, विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों का नामकरण उनकी गौरवमयी विरासत को कायम रखने के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों के नाम महापुरुषों के नाम पर रखने से हमारे युवाओं को देश के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की विचारधारा देश की समक्ष मौजूद सभी समस्याओं का समाधान है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह प्रतिमा देश के अंदर और दुनियाभर से हवाई अड्डे पर आने वाले पंजाबियों की युवा पीढ़ी में शहीद की शानदार विरासत को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। साथ ही, यह प्रतिमा हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों को इस राष्ट्रीय नायक द्वारा दी गई महान कुर्बानी की याद दिलाती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि युवा शहीद को न केवल उसकी बहादुरी के लिए, बल्कि उसके समाजवाद के दर्शन और अन्याय के खिलाफ संघर्ष के लिए भी याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि शहीदों का महान जीवन और दर्शन युवा पीढ़ी को देशभक्ति की भावना से देश की सेवा करने के लिए हमेशा प्रेरित करेगा। भगवंत सिंह मान ने दोहराया कि राज्य सरकार शहीद भगत सिंह के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।