पंजाब के पटियाला और लुधियाना में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। दोनों जिलों में डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज हैं। वहीं मलेरिया और स्वाइन फ्लू भी इन जिलों में पैर पसार रहा है।
सिविल सर्जन डॉ. जतिंदर कांसल ने कहा कि जिन इलाकों में डेंगू के केस सामने आए हैं, उनमें इसकी रोकथाम के लिए काम शुरू हो गया है। उन्होंने लोगों को अपील की कि कूलर, गमलों, पक्षियों के लिए पानी से भरे बर्तनों व खुले में पड़े बर्तनों, फ्रिज की ट्रे व कबाड़ के सामान में पानी न खड़ा होने दें। साथ ही कहा कि किसी किस्म क बुखार होने पर जांच करानी यकीनी बनाई जाए, जो सरकारी सेहत संस्थाओं में मुफ्त हो रही है। बुखार होने की सूरत में पैरासिटामोल की गोली ही ली जाए। अन्य दवा केवल डाक्टर की सलाह के बाद ही ली जाए। उन्होंने कहा कि डेंगू एक वायरल बुखार है, जो एडीज मच्छर के दिन के समय काटने से फैलता है। यह मच्छर साफ खड़े पानी में पैदा होता है। उन्होंने लोगों को अपील की कि वह घर में व आसपास कहीं भी पानी खड़ा न होने दें।
मलेरिया ने भी चिंता बढ़ाई, 13 केस आए
पटियाला में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के बीच पटियाला में मलेरिया के बढ़ते केसों ने भी सेहत विभाग की चिंता बढ़ा दी है। जिले में मलेरिया के 13 केस सामने आए हैं और नजदीकी गांव अलीपुर में एक 60 साल के प्रवासी मजदूर की मलेरिया से मौत भी हो गई है। इसकी बहू व पोता और पोती भी मलेरिया पाजीटिव आए हैं। इन सभी का फिलहाल इलाज चल रहा है। उन्होंने माना कि जिले में 13 मलेरिया के केस सामने आए हैं, लेकिन यह सभी केस प्रवासियों के हैं। उन्होंने कहा कि साल 2018 के बाद से पटियाला जिले के किसी स्थानीय नागरिक को मलेरिया नहीं हुआ है।
लुधियाना में स्वाइन फ्लू के 21 मरीज
लुधियाना जिले में डेंगू के साथ स्वाइन फ्लू के मरीज भी बढ़ने लगे हैं। स्वाइन फ्लू के 2 नए मरीज मिले हैं, जो कि अस्पताल में उपचाराधीन हैं। यहां पर अभी तक स्वाइन फ्लू के कुल 21 मरीज सामने आए हैं, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी करते हुए सभी बड़े अस्पतालों में फ्लू कार्नर खोलने के निर्देश दिए हैं।