एम्स ने बुधवार को अपना 69वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतापराव गणपत राव जाधव ने समय के साथ बढ़ती एम्स की सुविधाओं की जानकारी दी।
मरीजों की सुविधा के लिए एम्स में पिछले दो साल में इनपेशेंट बेड 30 फीसदी से अधिक बढ़े हैं। वहीं गहन देखभाल और ऑपरेशन थियेटर की सेवाओं में करीब 40 फीसदी की वृद्धि हुई है। इनके बढ़ने से एम्स में रोज आने वाले हजारों मरीजों का इंतजार कम होगा।
दरअसल, एम्स ने बुधवार को अपना 69वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतापराव गणपत राव जाधव ने समय के साथ बढ़ती एम्स की सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एम्स दुनिया में शीर्ष रैंक वाले चिकित्सा संस्थानों में से एक है। राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के बाद से लगातार सातवें वर्ष एम्स को भारत के चिकित्सा संस्थानों में नंबर एक स्थान दिया गया है। एम्स अब स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय चिकित्सा कॉलेज नेटवर्क (एनएमसीएन) के राष्ट्रीय संसाधन केंद्र के रूप में कार्य करता है। एम्स में स्वास्थ्य सेवा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विकास के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की गई है।
इस केंद्र से राष्ट्रीय कार्यक्रमों को बढ़ाने के लिए छाती के एक्स-रे के मूल्यांकन, मधुमेह संबंधी रेटिनोपैथी का शीघ्र पता लगाने और त्वचा के घावों की पहचान के साथ-साथ अन्य उपकरणों के लिए एआई आधारित समाधान विकसित होंगे। यहां पर सबसे बड़ा रोबोटिक सर्जरी कौशल प्रशिक्षण केंद्र भी बनने वाला है। एम्स ने 2200 कमरों वाला एक नया छात्रावास परिसर बनाने की योजना बनाई है, जिसकी अनुमानित लागत 900 करोड़ है।
इसके अलावा मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक, सर्जरी ब्लॉक और नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग के शुरू होने पर 2 साल में इनपेशेंट बेड में 30 फीसदी से अधिक और गहन देखभाल व ऑपरेशन थियेटर की सेवाओं में 40 फीसदी की वृद्धि हुई। एम्स केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल आयुर्विज्ञान संस्थान भी चलाएगा। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने एम्स निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास सहित छात्रों और कर्मचारियों को उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया।