स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करके राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की क्षमता को और मजबूत करने के उद्देश्य से, पंजाब स्किल डेवलपमेंट मिशन (पीएसडीएम) ने प्रति वर्ष कम से कम 200 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण देने के लिए बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (बीएफयूएचएस) के साथ समझौता किया है। इसके अतिरिक्त, बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के सहयोग से फरीदकोट में हेल्थ स्किल डेवलपमेंट सेंटर में एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भी स्थापित किया जाएगा।
पंजाब के रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री श्री अमन अरोड़ा और विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती जसप्रीत तलवार की उपस्थिति में इस समझौते पर पीएसडीएम की मिशन डायरेक्टर मिस अमृत सिंह और बीएफयूएचएस के उपकुलपति डॉ. राजीव सूद ने हस्ताक्षर किए।
इस समझौते के लिए दोनों पक्षों को बधाई देते हुए श्री अमन अरोड़ा ने बताया कि इस समझौते के तहत होम हेल्थ एड, ऑपरेटिंग थिएटर टेक्नीशियन, इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (बेसिक), जनरल ड्यूटी असिस्टेंट, डेंटल असिस्टेंट, प्लास्टर तकनीक, ऑर्थोपेडिक टेक्नीशियन, सीटी और एमआरआई जैसे कौशल विकास प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम कराए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र की मांग को पूरा करने के लिए पंजाब के युवाओं को आवश्यक कौशल से लैस करना एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने वेतनयुक्त रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उत्पन्न करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया और युवाओं को सम्मानजनक आजीविका कमाने के साथ-साथ रोजगार सृजन के लिए नए प्रयासों की खोज करने के लिए प्रोत्साहित किया।
मिशन डायरेक्टर अमृत सिंह ने कहा कि पीएसडीएम फंडिंग, मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने के साथ-साथ उम्मीदवारों की भर्ती में सहयोग करेगा और इस कार्यक्रम को प्रभावी तरीके से लागू करने की निगरानी करेगा। बीएफयूएचएस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के प्रबंधन के साथ-साथ उम्मीदवारों को प्रशिक्षण और प्लेसमेंट की सुविधा प्रदान करेगा। यह साझेदारी पंजाब के युवाओं को रोजगार प्रदान करने और स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र को और मजबूत करने के लिए पीएसडीएम और बीएफयूएचएस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।