उस्ताद अल्ला रक्खा खां के पुत्र पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का सोमवार सुबह अमेरिका में निधन हो गया। उस्ताद जाकिर हुसैन को पिछले सप्ताह अमेरिका के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उनके निधन के बाद पूरे देश और दुनिया में शोक की लहर है।
मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन के बाद पूरे देश और दुनिया में शोक की लहर है। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने उस्ताद जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि दी है। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसैन का संगीत अमर रहेगा। देश ने अपने सबसे प्रिय और प्रतिष्ठित सांस्कृतिक प्रतीक को खो दिया है।
राज्यपाल ने उनको महान उस्ताद अल्ला रक्खा का समर्पित शिष्य और पुत्र बताया। उन्होंने तबले को वैश्विक प्रसिद्धि दिलाई। राज्यपाल ने कहा कि असाधारण प्रदर्शन ने उन्हें शास्त्रीय शुद्धतावादियों और व्यापक दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाया। उन्होंने अपने गहन, चंचल और आकर्षक प्रदर्शन से सभी को मंत्रमुग्ध किया।
राज्यपाल राधाकृष्णन ने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसैन को संगीतकारों की तीन पीढ़ियों के साथ प्रदर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह एक अमिट विरासत है। उनके जाने से संगीत की दुनिया में एक अद्वितीय शून्य पैदा हो गया है। उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का संगीत अमर रहेगा। जो संगीतकारों की पीढ़ियों को कुछ नया करने और उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा। मैं उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा कि प्रसिद्ध तबला वादक पद्म भूषण उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन की खबर दिल दहलाने वाली है। जाकिर हुसैन भारत के सबसे मशहूर तबला वादक के रूप में जाने जाते थे। वे एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने तबले को विश्व पटल पर स्थापित किया। कला जगत के एक दिग्गज का आज निधन हो गया।
उस्ताद अल्ला रक्खा खां के पुत्र पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का सोमवार सुबह अमेरिका में निधन हो गया। उस्ताद जाकिर हुसैन को पिछले सप्ताह अमेरिका के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उन्हें रक्तचाप की समस्या थी।