12 साल पहले आज यानि रविवार 16 दिसंबर की रात राजधानी दिल्ली की सड़कें जिस दरिंदगी की गवाह बनी थीं, उससे पूरा देश दहल गया था। क्या बच्चे, क्या बूढ़े, देश के हर नागरिक की आंखों में अंगारे भड़क रहे थे और सब लोग न्याय की लड़ाई के लिए सड़क पर उतर आए थे।
दमघोंटू प्रदूषण के चलते राष्ट्रीय राजधानी में पुराने वाले को स्क्रैप के लिए भेज दिया जाता है। मगर दक्षिण-पश्चिमी जिले के सागरपुर थाने के सामने पिट में खड़ी वसंत विहार की दर्दनाक वारदात में इस्तेमाल की गई बस नंबर 0149 आज भी पुलिस अधिकारी, कर्मी, पीड़िता से जुड़े लोग और स्थानीय लोगों को दर्दनाक जख्म को कुरेद रही है। दिल्ली पुलिस की भारी लापरवाही के चलते ऐसा हो रहा है। निर्भया कांड केस खत्म होने व दोषियों को सजा होने के बावजूद से बस पिट में खड़ी है। केस से जुड़े किसी पुलिस अधिकारी व पुलिसकर्मी व अन्य अधिकारियों को याद नहीं आया कि केस खत्म होने के बाद वाहन, ड्रग्स व शराब आदि चीजों को नष्ट कर दिया जाता है।