बड़ी तैयारी पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले मतदाताओं के सहारे जंग जीतने की है। जाट समुदाय के मतदाताओं को भी इसमें मददगार बनाया है।
सत्ता विरोधी लहर की काट में 20 विधायकों के कटे टिकट
दो बार पांच साल और एक बार 49 दिन के लिए सत्ता पर काबिज आप सत्ता विरोधी लहर को बेअसर करने के लिए बड़े बदलाव भी किए हैं।चौथी बार दिल्ली के सत्ता संग्राम में ताल ठोंक रही पार्टी के रणनीतिकारों ने अपने 20 विधायकों का टिकट काट दिया है। वहीं, दो की सीट बदली गई है। इसके अलावा चार ने पार्टी बदल ली है। बाकी सीटों पर पुराने चेहरों पर भरोसा जताया गया है। पहली लिस्ट आने के साथ ही आप ने स्पष्ट कर दिया था कि उन्हीं सीटों से टिकट काटे गए हैं, जहां के विधायकों को फीडबैक खराब था। ग्राउंड लेवल के सघन सर्वे के आधार पर इसकी पहचान की गई।
इन सीटों से कटे टिकट
कस्तूरबा नगर, उत्तम नगर, नरेला, तिमारपुर, आदर्श नगर, मुंडका, चांदनी चौक, मादीपुर, जनकपुरी, बिजवासन, पालम, जंगपुरा, देवली, त्रिलोकपुरी, कृष्णा नगर, शाहदरा, मुस्तफाबाद, किराड़ी, सीलमपुर, मटियाला।
केजरीवाल ही उम्मीद और भरोसा
आप ने चुनाव में पूरी ताकत से कदम रख दिया है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में हम जनता के बीच जा रहे हैं। हम अगला पांच साल शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, और पानी पर हुए अच्छे कामों को और आगे बढ़ाने के लिए मांग रहे हैं। भाजपा अभी भी भ्रमित है। न उनके पास कोई मुद्दा है, न कोई नेता, और न ही दिल्लीवालों के लिए कोई उम्मीद। केजरीवाल ही उम्मीद हैं, और केजरीवाल ही भरोसा हैं।
-मनीष सिसोदिया, पूर्व उपमुख्यमंत्री
दोबारा भरोसा जताने के लिए धन्यवाद
कालकाजी से दोबारा टिकट देने के लिए आप और केजरीवाल का धन्यवाद। यह मेरे लिए गर्व की बात है और मैं यह जिम्मेदारी पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाऊंगी।
-आतिशी, मुख्यमंत्री, दिल्ली