कम नमक का सेवन करें
क्यों कम नमक खाएं:
- हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कम होता है।
- दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
- स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
- हड्डियों को मजबूत बनाता है।
- पानी को संतुलित रखता है।
नमक कम करने के टिप्स:
- खाना बनाते समय नमक कम डालें।
- पैकेज्ड फूड्स से बचें।
- ताजे मसालों का इस्तेमाल करें।
- घर का बना खाना खाएं।
तरह-तरह के फूड्स खाएं
तरह-तरह के फूड्स क्यों खाएं:
- शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं।
- इम्युनिटी मजबूत होती है।
- पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।
- वजन कंट्रोल होता है।
तरह-तरह के फूड्स खाने के टिप्स:
- अपनी डाइट में फल, सब्जियां, दालें, अनाज, दूध और दही शामिल करें।
- हर रंग के फल और सब्जियां खाएं।
- नट्स और सीड्स को डाइट में शामिल करें।
अनहेल्दी फैट्स और तेल न खाएं
अनहेल्दी फैट्स और तेल हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। इन्हें ज्यादा मात्रा में खाना मोटापा, हार्ट डिजीज और डायबिटीज जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है।
अनहेल्दी फैट्स और तेल क्यों न खाएं:
- मोटापा का खतरा बढ़ता है।
- दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
- डायबिटीज का खतरा बढ़ता है।
- कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है।
अनहेल्दी फैट्स और तेल कम करने के टिप्स:
- तले हुए खाने से बचें।
- घी और मक्खन का कम से कम इस्तेमाल करें।
- ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें।
- नट्स और सीड्स खाएं।
कम चीनी खाएं
ज्यादा चीनी खाना मोटापा, डायबिटीज और दांतों की समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए, चीनी कम से कम खाना चाहिए।
कम चीनी क्यों खाएं:
- मोटापा का खतरा कम होता है।
- डायबिटीज का खतरा कम होता है।
- दांतों की समस्याएं कम होती हैं।
- एनर्जी का लेवल बढ़ता है।
चीनी कम करने के टिप्स:
- सॉफ्ट और शुगरी ड्रिंक्स से बचें।
- मिठाई कम खाएं।
- साबुत फल खाएं।
- शहद या गुड़ का इस्तेमाल करें।
शराब से दूर रहें
शराब पीना कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। जैसे कि लीवर की बीमारी, कैंसर और हार्ट डिजीज। इसलिए, शराब से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए।
शराब क्यों न पीएं:
- लीवर की बीमारी का खतरा बढ़ता है।
- कैंसर का खतरा बढ़ता है।
- दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
- मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
शराब से दूर रहने के टिप्स:
- शराब पीने से मना कर दें।
- शराब पार्टियों से दूर रहें।
- शराब पीने वाले दोस्तों से दूरी बना लें।
ये टिप्स भी हैं मददगार
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
- पूरी नींद लें।
- तनाव कम करें।
- डॉक्टर से नियमित रूप से जांच करवाएं।