अश्विनी वैष्णव के बयान से सकते में पंजाब सरकार
अश्विनी वैष्णव के बयान से पंजाब सरकार सकते में है। सरकार को उम्मीद थी कि केंद्र किसानों से बातचीत शुरू करने संबंधी बयान देगा, जिससे आमरण अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल चिकित्सा सुविधा लेने के लिए तैयार हो जाएंगे।सूत्रों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की अवमानना से बचने के लिए अब पंजाब सरकार डल्लेवाल को जबरन अस्पताल में भर्ती करवा सकती है। वहीं, पूर्व एडीजीपी जसकरण सिंह व डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू ने खनौरी में किसान मोर्चा के साथ बैठक कर डल्लेवाल को चिकित्सा सुविधा लेने के लिए राजी करने की अपील की, पर बैठक बेनतीजा रही।
आज सुप्रीम कोर्ट में हुई अहम सुनवाई
खनौरी में डल्लेवाल का आमरण अनशन जारी
खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल का आमरण अनशन 38वें दिन भी जारी रहा। मुख्यमंत्री भगवंत मान की भी मुख्य सचिव व डीजीपी के साथ दो दिन लगातार बैठकें हुईं, परंतु डल्लेवाल के मामले में कोई समाधान निकलता दिख नहीं रहा है।
गायक बब्बू मान, चौटाला व वर्मा डल्लेवाल से मिले
पंजाबी गायक बब्बू मान बुधवार को डल्लेवाल से मिले। हरियाणा की जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता दिग्विजय चौटाला व लखीमपुर खीरी से सपा सांसद उत्कर्ष वर्मा भी डल्लेवाल से मिलने पहुंचे। चौटाला ने कहा कि हम किसानों के साथ हैं।
कृषि विपणन नीति विस में रद्द करे पंजाब सरकार: पंधेर
पटियाला के शंभू बॉर्डर पर बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि पंजाब सरकार विधानसभा सत्र में केंद्र सरकार की कृषि विपणन नीति को रद्द करने के लिए प्रस्ताव पास करे।