गुरप्रीत गोगी के बारे में
आम आदमी पार्टी ने 2022 विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज कर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। पार्टी में उनकी गिनती तेज तर्रार नेता के रूप में होती थी। वे पार्टी के वरिष्ठ नेता थे। बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले गुरप्रीत गोगी कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। गोगी पिछले करीब 23 साल से कांग्रेस पार्टी में सक्रिय थे। नगर निगम में वे तीन बार पार्षद चुने गए थे। उनकी पत्नी डॉ. सुखचैन बस्सी भी एक बार पार्षद रह चुकी हैं।
2014 से 2019 तक कांग्रेस के जिला प्रधान भी रह चुके हैं। इसके अलावा भी गोगी ने पार्टी के विभिन्न पदों पर काम किया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में रवनीत सिंह बिट्टू को जीत दिलाने के लिए भी गोगी ने दिन रात मेहनत की थी। बिट्टू के साथ भी उनके संबंध उतार चढ़ाव भरे रहे।
आखिर क्यों उठाया खौफनाक कदम
बताया जा रहा है कि गोली उनके सिर में लगी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। तुरंत ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की टीम उनके उपचार में लगी रही, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
जानकारी के मुताबिक, वे रात में अपने कमरे में खाना खा रहे थे, तभी गोली चलने की आवाज आई। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गोली किसने चलाई या उन्होंने आत्महत्या की। सूत्रों के मुताबिक, गोगी का पत्नी व बेटे से कोई विवाद हुआ था, जिसके बाद उन्होंने यह खौफनाक कदम उठाया। हालांकि, यह बात अभी किसी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है।