श्री अकाल तख्त साहिब ने दिया था ये आदेश
सुखबीर बादल का शिअद के प्रधान के तौर पर इस्तीफा स्वीकार करने के साथ ही श्री अकाल तख्त साहिब से यह भी आदेश था कि सभी अन्य दलों जिन्होंने पार्टी की लीडरशिप से बागी होकर अपना एक नया धड़ा खड़ा कर लिया है, अपने चूल्हे समेटें और शिरोमणि अकाली दल को मजबूत बनाने के लिए काम करें। इसके लिए सात सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया गया था, जिसने भर्ती मुहिम शुरू करने और नए डेलीगेट्स बनाने के काम की देखरेख करनी थी।
कमेटी में इन नेताओं को किया गया था शामिल
इस कमेटी में सुखबीर धड़े से नाराज नेताओं को भी शामिल किया गया था, जिनमें गुरप्रताप सिंह वडाला, संता सिंह उम्मेदवारी और बीबी सतवंत कौर को भी लिया गया था, लेकिन पार्टी ने आज भर्ती मुहिम के लिए जिन नेताओं की पर्यवेक्षक के तौर पर ड्यूटी लगाई है, उनमें गुरप्रताप सिंह वडाला को नहीं लिया।
जो दोआबा के दिग्गज अकाली नेता कुलदीप सिंह वडाला के बेटे हैं। गुरप्रताप खुद भी पार्टी के नकोदर से विधायक रह चुके हैं। पार्टी के कदम से साफ है कि जो लोग पार्टी को छोड़ गए हैं या जिन्हें निकाला गया है उन्हें लेने की कोई योजना नहीं है।
रणीके की देखरेख में चलेगा शिअद का भर्ती अभियान
सुखबीर बादल का इस्तीफा मंजूर होने के बाद शिअद ने भर्ती अभियान के पूर्व मंत्री गुलजार सिंह रणीके रिटर्निंग ऑफिसर बनाया है। एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी जम्मू कश्मीर और होशियारपुर के प्रभारी होंगे।
कृपाल सिंह बंडूगर मालवा प्रभारी, मनप्रीत सिंह अय्याली राजस्थान के प्रभारी, संता सिंह उम्मैदपुरी हिमाचल के प्रभारी, इकबाल सिंह झूंदा जिला मालेरकोटला के प्रभारी, परमजीत सिंह सरना दिल्ली के प्रभारी, मनजीत सिंह जीके उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के प्रभारी, रघुजीत सिंह विर्क और बलदेव सिंह कैमपुरी हरियाणा के प्रभारी होंगे।
यह लगाए गए पर्यवेक्षक
इसी तरह शिअद ने जिलों में पर्यवेक्षक लगाए हैं। अमृतसर शहरी से हीरा सिंह गाबड़िया, मोहित गुप्ता, अमृतसर देहाती से बिक्रम सिंह मजीठिया, फतेहगढ़ साहिब बिक्रमजीत सिंह खालसा, परमजीत सिह ढिल्लों, जालंधर शहरी से मोहिंदर सिंह केपी, हरीश राय ढांडा, परमिंदर कौर पन्नू को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
जालंधर देहाती से बलदेव सिंह खैहरा, कपूरथला से बरजिंदर सिंह बराड़, पटियाला से एनके शर्मा, सरबजीत सिंह निज्जर, रोपड़ से अर्शदीप सिंह कलेर, तरनतारन से सुच्चा सिंह लंगाह और चंडीगढ़ से दलजीत सिंह चीमा, हरजिंदर कौर, व परमिंदर सिंह सोहाणा को पर्यवेक्षक लगाया है।