पंंजाब के लुधियाना शिवसेना पंजाब के नेता संदीप थापर गोरा पर हमला करने वाले आरोपियों को लुधियाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों को फतेहगढ़ साहिब से पकड़ा है।
पंंजाब के लुधियाना में कट्टरपंथियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले शिवसेना पंजाब के नेता संदीप थापर गोरा पर हमला करने वाले आरोपियों को लुधियाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को पुलिस ने घटना के छह घंटे के भीतर फतेहगढ़ साहिब से गिरफ्तार किया है। आरोपियों को लेकर पुलिस पूरी जानकारी भी साझा करेगी।
इससे पहले शुक्रवार सुबह निहंगों के बाणे में आए तीन युवकों ने बीच सड़क पर संदीप थापर गोरा के सिर और हाथों पर तलवारों से 12 बार ताबड़तोड़ हमला कर उन्हें बूरी तरह से घायल कर दिया था। वारदात के समय गोरा के साथ उनका सिक्योरिटी गार्ड भी था, लेकिन हमलावरों के सामने वो भी कुछ नहीं कर सका। इसके बाद हमलावर गोरा की एक्टिवा से ही फरार हो गए। सड़क से गुजर रहे लोग हमला होते देखते रहे, लेकिन किसी ने भी गोरा को बचाने की हिम्मत नहीं जुटाई। सारी घटना वहां लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। गंभीर हालत में गोरा को पहले सिविल अस्पताल ले गए जहां से सीएमसी रेफर किया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें डीएमसी में दाखिल किया गया है।
बीच सड़क घेरकर पूरी प्लानिंग से हमला
1.43 मिनट के सीसीटीवी फुटेज में पूरी घटना कैद है। शुक्रवार को संवेदना ट्रस्ट की तरफ से फाउंडर और भाजपा नेता रविंदर अरोड़ा की पुण्यतिथि पर सिविल अस्पताल में सुखमणि साहिब का पाठ रखा गया था। माथा टेकने के बाद संदीप गोरा एक्टिवा पर गनमैन के साथ लौट रहे थे। इसी दौरान सिविल अस्पताल के पास बीच सड़क निहंग के बाणे में आए युवकों ने उनकी एक्टिवा रोका। वे गोरा को धमकियां देने लगे तो गनमैन एक्टिवा से नीचे उतर गया। इतने में एक युवक गनमैन को धक्के मारकर साइड ले गए। इसके बाद एक हमलावर दूसरे से कहता है कि अगर इसकी गर्दन उतार दी जाए तो… इसपर गोरा उनके सामने हाथ जोड़ता है, तभी हमलावर तलवार से सिर पर वार कर देता है। तीसरे वार में तलवार गिर जाती है। तलवार उठाकर वाे फिर हाथ और सिर पर वार करता है तो गोरा एक्टिवा समेत सड़क पर गिर जाते हैं। फिर दूसरा हमलावर तलवार से बड़ी क्रूरता से हमला शुरू कर देता है। गनमैन रिवॉल्वर निकालने की कोशिश करता है तो तीसरा हमलावर उसकी रिवॉल्वर पकड़ लेता है। इसके बाद दोनों हमलावर गोरा की एक्टिवा लेकर फरार हो जाते हैं। हैरत की बात है कि वारदात के दौरान सड़क पर लोगों का आना जाना लगा रहता है लेकिन कोई भी गोरा को बचाने की कोशिश नहीं करता।