पंजाब में सोमवार से डॉक्टरों की हड़ताल शुरू हो रही है। पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन की रविवार को हुई जनरल बॉडी की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है।
पंजाब में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराने वाली हैं। लोगों को इलाज के लिए भटकना पड़ सकता है। क्योंकि पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन की अगुवाई में डॉक्टरों ने नौ सिंतबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है।
पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन की रविवार को हुई जनरल बॉडी की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। एसोसिएशन के प्रधान अखिल सरीन के अनुसार सोमवार से हर दिन सुबह 8.00 से 11.00 बजे तक पहले फेज में ओपीडी सेवाएं बंद रखने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा सिजेरियन और इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर पहले से शेड्यूल ऑपरेशन भी नहीं होंगे।
तीन फेज में संगठन की तरफ से अपनी मांगों को लेकर यह प्रदर्शन किया जाएगा। पहले फेज 9 सितंबर से शुरू होकर 11 सितंबर तक चलेगा। तीसरी फेज में एसोसिएशन की तरफ से सभी सेवाएं बंद कर दी जाएगी।
11 सितंबर को एसोसिएशन की कैबिनेट सब कमेटी के साथ बैठक भी होनी है, जिसमें उनकी सभी मांगों पर विचार किया जाएगा। एसोसिएशन अस्पताल में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा व नियमित रूप से वेतन बढ़ोतरी के आदेश जारी करने को लेकर यह आंदोलन कर रही है।
एसोसिएशन के प्रधान अखिल सरीन ने कहा कि जब तक उनकी समय पर वेतन बढ़ोतरी की अधिसूचना जारी नहीं होती, तब तक वह अपनी हड़ताल की कॉल वापस नहीं लेंगे। अब कैबिनेट सब कमेटी ने डॉक्टरों के साथ 11 सितंबर को बैठक करने का फैसला लिया है। वित्त मंत्री हरपाल चीमा इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें डॉक्टरों की सभी मांगों पर विचार किया जाएगा।