मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की नेतृत्व में पंजाब सरकार महिलाओं और बच्चों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में लगातार कदम उठा रही है। इस संबंध में पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि पंजाब सरकार ने हाल ही में ‘किचन ग्रीनज़’ पहल की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सेहत और भलाई को सुनिश्चित करना है। इस नई पहल के तहत सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में औषधीय और पोषक गुणों वाले पौधे लगाए जाएंगे, जो इन केंद्रों को पोषण के केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस संबंधी जानकारी देते हुए डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि किचन ग्रीन पोषण वाटिका पहल राज्य में महिलाओं और बच्चों में पोषक तत्वों की कमी को दूर करते हुए उनकी सेहत को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने कहा कि औषधीय गुणों से भरपूर इन जड़ी-बूटियों और पौधों की खेती को प्रोत्साहित करने से न केवल कुपोषण की समस्या हल होगी, बल्कि यह लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए भी प्रेरित करेगा।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि ‘किचन ग्रीनज़’ पहल के तहत विभिन्न पोषक तत्वों और औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी-बूटियाँ जैसे मोरींगा, एलोवेरा, अश्वगंधा, मेथी, नीम, लेमन ग्रास, ब्रह्मी, हल्दी, आंवला, तुलसी और पुदीना उगाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन पौधों को उनके असाधारण औषधीय और पोषक गुणों के कारण चुना गया है, जो बड़े पैमाने पर बच्चों, महिलाओं और अन्य लोगों की सेहत और तंदुरुस्ती को सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा, स्थानीय लोगों को भी इन पौधों के पोषण गुणों का लाभ उठाने के लिए घर में इन पौधों की खेती करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस पहल को पंजाब के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में लागू किया जाएगा ताकि हर समुदाय को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि प्रत्येक पौधे को उसके उच्च पोषक मूल्य और गुणों को ध्यान में रखकर चुना गया है। उदाहरण के लिए, मोरिंगा (सहजन) का पौधा विटामिन, खनिज और प्रोटीन का बड़ा स्रोत है, जो कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है। मेथी और आंवला जैसे अन्य पौधे क्रमवार आयरन और विटामिन सी जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम टिकाऊ खेती प्रथाओं, बच्चों और उनके परिवारों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और पर्यावरणीय गतिविधियों को प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि इन बगीचों (किचन गार्डन) को लगाने और उनके रखरखाव के लिए स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि ‘किचन ग्रीनज़’ पहल महिलाओं और बच्चों को इन पौधों के स्वास्थ्य लाभ और दैनिक आहार में उन्हें कैसे शामिल करें, इसके बारे में जागरूक करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी।
उन्होंने बताया कि विभाग इस पहल को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करेगा। ‘किचन ग्रीनज़’ पहल पोषण अभियान के व्यापक लक्ष्यों के साथ मेल खाती है, जो पंजाब के लोगों के समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।