आवेदक का आरोप है कि निमार्ण कार्य करने वाली मशीनें तेज गति से चल रही हैं। इससे शोर और परेशानी हो रही है। ऐसे में आस-पास की इमारतों में कंपन होता है। ऐसे में लोगों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही, स्थानीय निवासियों को सोने में भी परेशानी हो रही है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) का निर्माण कार्य लोगों में स्वास्थ्य जोखिम का खतरा बड़ा रहा है। यही नहीं, रात के समय नियमों की अवहेलना के चलते लोगों की नींद में भी बाधा डाल रहा है। इससे लोग ठीक से नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने दिल्ली मेट्रो के काम से होने वाले ध्वनि प्रदूषण को लेकर दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के सदस्य सचिव को जांच करने के आदेश दिए हैं। याचिकाकर्ता डॉ. पारुल राज कमल शर्मा ने मूल आवेदन के माध्यम से अधिकरण को समस्या के बारे में बताया। शिकायत में कहा कि अंबा सिनेमा के सामने घंटाघर मेट्रो स्टेशन पर रात के समय मेट्रो का निर्माण कार्य नियमों का पालन किए बिना चल रहा है। याचिका में आरोप लगाया गया कि रात के समय भी यही स्थिति बनी रहती है।